मुंबई, 14 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। हरियाणा के रोहतक जिले में साइबर सेल में तैनात ASI संदीप कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनका शव लाढ़ौत रोड पर स्थित खेत में बने मामा के मकान से बरामद हुआ। घटनास्थल से पुलिस को चार पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो मिला है, जिसमें संदीप ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस के अनुसार उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी। संदीप कुमार मूल रूप से जींद जिले के जुलाना के वार्ड नंबर 4 के निवासी थे और पिछले एक साल से रोहतक के साइबर सेल में कार्यरत थे। फिलहाल वह अपने मामा बलवान देशवाल के लाढ़ौत रोड स्थित घर में रह रहे थे। मंगलवार सुबह जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो सहकर्मियों ने फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। दोपहर करीब एक बजे खेत में काम कर रहे मजदूर को गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि संदीप ने खुद को गोली मार ली थी। घटना की सूचना दोपहर करीब 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। इसके बाद एसपी सुरेंद्र भौरिया, एएसपी प्रतीक अग्रवाल और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए। रोहतक पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि संदीप कुमार एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी थे।
संदीप के मामा के बेटे संजय ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से बेहद परेशान थे। रविवार को भी उनकी बातचीत हुई थी और आज सुबह दोनों ने दो घंटे साथ बिताए थे। उन्होंने बताया कि संदीप के चेहरे पर तनाव साफ झलक रहा था। परिवार ने पोस्टमॉर्टम से इनकार करते हुए मांग की है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती, अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। संदीप के आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में उन्होंने दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार और उनके गनमैन सुशील कुमार पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि पूरन कुमार ने करप्शन केस में बदनामी के डर से खुदकुशी की थी, क्योंकि इससे उनके परिवार की राजनीति पर असर पड़ सकता था। संदीप ने वीडियो में कहा कि शराब कारोबारी से 50 करोड़ रुपये की डील कर एक बड़े नाम को बचाया गया और इसी मामले में गनमैन सुशील रिश्वत मांगने का काम करता था। उन्होंने कहा कि ईमानदार अफसर नरेंद्र बिजारणिया ने इसका विरोध किया था।
वीडियो में संदीप ने यह भी कहा कि पूरन कुमार जातिवाद फैलाकर अपने करीबी भ्रष्ट कर्मचारियों को पदों पर लगा रहे थे। उन्होंने गनमैन सुशील और ड्राइवर धर्मेंद्र पर भी मिलीभगत के आरोप लगाए और कहा कि रिश्वत का पैसा गाड़ी के डैशबोर्ड में रखा गया था। संदीप ने खुद को भगत सिंह का प्रशंसक बताया और कहा कि वह सच्चाई की लड़ाई में अपनी जान कुर्बान कर रहे हैं। सुसाइड नोट में संदीप ने लिखा कि उनके दादाजी देश के लिए लड़े थे और उनके खून में देशभक्ति बसती है। उन्होंने कहा कि IAS और IPS अधिकारियों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ सच्चाई सामने आनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि पूरन कुमार ने रोहतक में पोस्टिंग के बाद जातिवाद का माहौल पैदा किया, ईमानदार कर्मचारियों को हटाया और महिला पुलिसकर्मियों का शोषण किया। संदीप ने अपने नोट में यह भी लिखा कि IAS लॉबी ईमानदार अफसरों को टारगेट कर रही है और भ्रष्टाचार को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरन कुमार की पत्नी, जो खुद एक IAS अधिकारी हैं, संपत्ति की जांच से बचने के लिए साजिश कर रही हैं। संदीप ने लिखा कि सच्चाई और ईमानदारी की इस लड़ाई में उनकी जान पहली आहुति है, लेकिन वह मानते हैं कि सच्चाई की जीत जरूर होगी।